कालसर्प दोष शांति के लिए उत्तम उपाय
- Astro Mahesh Jyotishacharya Guru ji
- Jul 28, 2017
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।। मानव जीवन पर कालसर्प दोष का प्रभाव ।। सामान्यता कालसर्प योग जातक के जीवन में संघर्ष ले कर आता है ! इस योग के कुंडली में स्थित होने से जातक जीवन भर अनेक प्रकार की कठिनाइयों से जूझता रहता है ! और उसे सफलता उसके अंतिम जीवन में प्राप्त हो पाती है, जातक को जीवन भर घर, बहार, काम काज, स्वास्थ्य, परिवार, विवाह, कामयाबी, नोकरी, व्यवसाय आदि की परेशानियों से सामना करना पड़ता है ! बैठे बिठाये बिना किसी मतलब की मुसीबते जातक को जीवन भर परेशान करती है ! कुंडली में बारह प्रकार के काल सर्प पाए जाते है, यह बारह प्रकार राहू और केतु की कुंडली के बारह घरों की अलग अलग स्थिति पर आधारित होती है ! काल सर्प दोष क्या है? कुंडली में सात गृह सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि जब राहू और केतु के बीच स्थित होते है तो कुंडली में कालसर्प दोष का निर्माण होता है! मान लो यदि कुंडली के पहले घर में राहू स्थित है और सातवे घर में केतु तो बाकी के सभी गृह पहले से सातवे अथवा सातवे से पहले घर के बिच होने चाहिए! यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है की सभी ग्रहों की डिग्री राहू और केतु की डिग्री के बीच स्थित होनी चाहिए, यदि कोई गृह की डिग्री राहू और केतु की डिग्री से बाहर आती है तो पूर्ण कालसर्प योग स्थापित नहीं होगा, इस स्थिति को आंशिक कालसर्प कहेंगे ! कुंडली में बनने वाला कालसर्प कितना दोष पूर्ण है यह राहू और केतु की अशुभता पर निर्भर करेगा ! कालसर्प दोष के प्रकार अनंत कालसर्प दोष - Anant Kalsarp dosh कुलिक कालसर्प दोष - Kulik Kalsarp Dosh वासुकी कालसर्प दोष - Vasuki Kaal sarp dosh शंखपाल कालसर्प - Shankpal Kalsarp Dosh पद्म कालसर्प दोष - Padam Kaalsarp Dosh महापद्म कालसर्प दोष - Mahapadam Kaalsarp Dosh तक्षक कालसर्प दोष – Takshak Kaal Sarp Dosh कर्कोटक कालसर्प दोष – Karkotak Kaalsarp Dosh शंखचूड़ कालसर्प दोष Shankachood Kaalsarp Dosh घातक कालसर्प दोष – Ghatak Kaalsarp Dosh विषधर कालसर्प दोष – Vishdhar Kaalsarp Dosh शेषनाग कालसर्प दोष - Sheshnag Kaalsarp Dosh कालसर्प दोष के लक्षण ज्योतिष के अनुसार, जिसकी कुंडली में इस दोष की छाया रहती है उस राशि के व्यक्ति का जीवन या तो अतिनिर्धनता अथवा धनाढ्य अवस्था से होकर गुजरता है। शास्त्रों के अनुसार, सूर्य, चंद्रमा और गुरु के साथ राहू हो तो कालसर्प दोष होता है। कालसर्प दोष के कुल 12 प्रकार होते हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष पाया जाता है उसके जीवन में कई प्रकार की समस्याएं आती हैं। जैसे दुर्घटना, चोट आदि लगना, अक्सर बीमार होना, पढ़ाई में बाधा आना, जीवन पर संकट आना। इसके अलावा विवाह के बाद तनाव और तलाक की स्थिति उत्पन्न होना, प्रगति में लगातार बाधा आना, परिजनों से धोखा मिलना, अत्यधिक मानसिक तनाव होना भी इस दोष के लक्षण होते हैं। यंत्र व स्थापना जब आप सिद्घ व सक्रिय यंत्र प्राप्त नहीं करते तो आप को मनचाहे नतीजे नहीं मिलेंगे। इसका ठोस कारण है, क्यूंकि जब आप यंत्र को खरीदते हैं, तो आप तक पहुंचने से पहले यह बहुत सारे हाथों से होकर गुजरता है। इसलिए इसकी पूजा करने से पहले आप को यह सक्रिय करवाना होगा एवं एक विशेष स्थापना विधि के तहत पूजा स्थान पर स्थापित करना होगा। हम इस मामले में आप की मदद करेंगे एवं आप को पूजा के लिए उपयुक्त मंत्र भी उपलब्ध करवाएंगे। प्रयास न होंगे असफल आप की कुंडली में काल सर्प दोष का होना मतलब आप के प्रयासों का हर बार असफल होना निश्चित है। आप को अपेक्षाकृत परिणाम नहीं मिलता, आप निराश होने लगते हैं। आप अपने लक्ष्यों से चूकने लगते हैं। इस यंत्र की पूजा आप को अपने लक्ष्यों पर विजय हासिल करने में मदद करेगी। मुश्किलों पर विजय जब आप की कुंडली में सभी ग्रह राहु व केतु के बीच फँसे होते हैं, तो यह स्थिति आप के जीवन में बहुत सारी मुश्किलें पैदा करती है। काल शर्प दोष योग निवारण यंत्र का मतलब है कि दो बुरे ग्रहों के प्रभावों को खत्म करना, एवं आप के जीवन में सरलता को लेकर आना। यह आप को सफलता की तरफ बढ़ने में मदद करता है। 28 हजार परिक्रमा यदि स्त्री की कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसे पीपल के वृक्ष की तीन सौ दिन में 28 हजार परिक्रमा करनी चाहिए। बम्बू (बांस) का पेड़ लगाना चाहिए जिनकी कुंडली में कालसर्पयोग हो उन्हें अपने घर के नैऋत्य कोण (दिशा) में बम्बू (बांस) का पेड़ लगाना चाहिए। साथ ही रोजाना उसका पानी बदलते रहना चाहिए। इससे कालसर्पयोग से होने वाले सभी बुरे प्रभाव समाप्त हो जाते हैं। कालसर्प योग का निवारण - गले में चांदी का चौकोर ठोस टुकड़ा धारण करें। - 108 कोयले के टुकड़े बुधवार को जल में प्रवाहित करें। - केसर का तिलक प्रतिदिन मस्तक पर लगाएं। - रात को सोते समय 'जौ सिरहाने रखें और सुबह होते ही पक्षियों को खाने के लिए डाल दें। - वैवाहिक जीवन में बाधा आती हो तो अपनी पत्नी के साथ दुबारा फेरे लें। - 108 दिनों तक नित्य पांच पाठ के हिसाब से हनुमान चालीसा का पाठ करें। - चांदी की डिब्बी में शहद भरकर घर में रखें। कालसर्प योग दूर करने के विशिष्ट उपाय - शिवलिंग पर तांबे का सर्प प्राण-प्रतिष्ठा करके, विधि-विधान पूर्वक चढ़ाएं। - कालसर्प योग का शांति विधान योग्य विद्वान से करवायें। - 'ऊँ नम: शिवाय: का मानसिक जाप हर समय करते रहें। - घर तथा कार्यलय में मोर पंख स्थापित करें। - राहु रत्न (गोमेद) की अंगूठी मध्यमा अंगुली में विधि-विधान से धारण करें। - घर पर 'सिद्ध कालसर्प योग शांति यंत्र: की स्थापना करें और उसका नित्य पूजन, दर्शन करें। - चंदन की लकड़ी के छोटे चौकोर टुकड़े पर चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बनवाकर जड़वा लें और वह ताबीज गले में धारण करें। - कुंडली में कालसर्प योग के साथ चन्द्र-राहु, चन्द्र-केतु, सूर्य-राहु, सूर्य-केतु इनमें से एक भी ग्रह योग होने पर केतु रत्न लहसुनिया मध्यमा अंगुली में चांदी में जड़वाकर धारण करें। आर्थिक तंगी जिनकी पत्रिका में कालसर्प योग है या जिन्हें पितृदोष है और जो आर्थिक तंगी या किसी अन्य कारण से नासिक या किसी तीर्थ क्षेत्र में जाकर पूजन नहीं कर सकते हैं उनके लिए यह अचूक उपाय है।श्रावण मास मे अपने घर पर ही कालसर्प दोष शांति के लिए महामृत्युंजय पाठ करवा सकते है आचार्य महेश भारद्वाज शास्त्री ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र रजि पानीपत हरियाणा । मोबाइल 9813739222- 9466738440
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